Shahryar Suno (Urdu Hindi)  (Hardcover, Gulzar)

Shahryar Suno (Urdu Hindi)  (Hardcover, Gulzar)

৳ 433

Book Details

Publication Year: 2013

Contributors

Author Info: गुलज़ार - गुलज़ार ऐसे सर्वप्रिय और प्रचलित व्यक्ति हैं, जिनके खाते में ढेरों कला-माध्यमों में से हो कर गुजरने का सौभाग्य दर्ज है। वे एक मशहूर शायर, अप्रतिम फ़िल्मकार, संजीदा कहानी लेखक और बेहतरीन गीतकार हैं। साथ ही वे एक मँजे हुए संवाद और पटकथा लेखक भी हैं। 1934 में दीना (अब पाकिस्तान) में जन्मे गुलज़ार ने 1968 में बिमल रॉय के सहायक निर्देशक के रूप में अपना फ़िल्मी सफ़र आरम्भ किया, जो लगभग चार दशक बीत जाने के बाद आज भी भारतीय सिनेमा में उत्कर्ष पर है। उनकी कविताएँ - जानम, एक बूँद चाँद, कुछ नज्में, कुछ और नज्में, साइलेंसेज़, पुखराज, चाँद पुखराज का, ऑटम मून, त्रिवेणी, रात चाँद और मैं, रात पश्मीने की, वगैरह में संकलित हैं। कहानियों के महत्त्वपूर्ण संग्रह हैं चौरस रात और रावी पार। मेरा कुछ सामान और छैंया-छैंया में उनके लिखे फ़िल्मी गीत प्रकाशित हैं। उन्होंने बच्चों के लिए कुछ बेहद गम्भीर लेखन किया है, जिसमें उनके लोकप्रिय गीतों के अलावा कई खण्डों वाला बोसकी का पंचतंत्र भी शामिल है। फिल्मों की पटकथाओं की किताबें भी प्रकाशित हैं ;मसलन - मीरा, खुशबू, आँधी, लिवास और हू तू तू। मेरे अपने, आँधी, मौसम, कोशिश, खुशबू, किनारा, नमकीन, मीरा, परिचय, अंगूर, लेकिन, लिबास, इजाजत, माचिस और हू तू तू जैसी सार्थक फ़िल्मों के निर्देशन के अलावा मिर्ज़ा ग़ालिब पर एक प्रामाणिक टी.वी. सीरियल बनाया है। वे पद्म भूषण, साहित्य अकादेमी पुरस्कार, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडीज़, शिमला की प्रतिष्ठित लाइफ़ टाइम अचीवमेण्ट फ़ेलोशिप सहित तमाम अन्य अलंकरणों से समादृत हैं तथा बीस बार फिल्म फेयर पुरस्कार एवं सात बार नेशनल अवार्ड से विभूषित किये गये हैं। आजकल फिल्मों के लिए गीत, संवाद एवं पटकथा लेखन करते हुए पूर्ण कवियों के अनुवाद कार्य में संलग्न हैं। मुम्बई में रहते हैं। शह्रयार - 16 जून, 1936 को आँवला, ज़िला बरेली (उ.प्र.) में जनमे 'शह्रयार' का मूल नाम अख्लाक मोहम्मद ख़ान है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग में प्रोफ़ेसर तथा अध्यक्ष रहे। 1996 में सेवानिवृत्त। देश और विदेश की विभिन्न संस्थाओं और समितियों के अनेक पदों पर सुशोभित रहे हैं। उर्दू में प्रकाशित प्रमुख काव्य संग्रह 'इस्म-ए-आज़म' (1965), 'सातवाँ दर' (1970), 'हिज़्र के मौसम' (1978), 'ख़्वाब का दर बन्द है' (1985), 'नींद की किरचें' (1995), 'मेरे हिस्से की ज़मीन' (1999), 'हासिल-ए-सैर-ए-जहाँ' (2001), 'धुन्ध की रोशनी' (चयन 2003), 'शाम होने वाली है' (2004), 'कुलयात-ए-शह्रयार' (पाकिस्तान से प्रकाशित रचनावली)। उर्दू में अन्य पुस्तकें: 'एन.एम. राशिद शख़्सियत और फ़न', 'दुनिया की बेहतरीन कहानियाँ' (अनुवाद), 'मज़ामीन-ए-ख़लील-उर रहमान आज़मी'(दो खण्ड)। हिन्दी में प्रकाशित काव्य संग्रह 'मेरे हिस्से की ज़मीन', 'मिलता रहूँगा ख़्वाब में', 'कहीं कुछ कम है', 'शाम होने वाली है' आदि। अंग्रेज़ी अनुवाद सहित काव्य संग्रह: 'द गेटवे टु ड्रीम्स इज़ क्लोज्ड', ‘थ्रू द क्लोज्ड डोर वे', 'सेलेक्टिड पोएट्री ऑफ़ शह्रयार'। कुछ फ़िल्मों के लिए भी गीत लेखन। पुरस्कार/ सम्मान: ज्ञानपीठ पुरस्कार (वर्ष 2008)। साथ ही, उ.प्र. उर्दू अकादमी पुरस्कार, साहित्य अकादेमी पुरस्कार, साहित्य मंच पुरस्कार, जालन्धर, अदबी संगम पुरस्कार, न्यूयॉर्क, उ. प्र. फ़िल्म समीक्षक पुरस्कार, दिल्ली उर्दू अकादमी बहादुरशाह ज़फ़र पुरस्कार, फ़िराक़ सम्मान, शरफ़ुद्दीन याह्या पुरस्कार, बिहार, ग़ालिब इंस्टिट्यूट पुरस्कार, गंगाधर राष्ट्रीय पुरस्कार आदि।

Note: We don't sell any products. We just show the latest prices, reviews, and customer feedback.

Quick Links